आप इनका उत्तर अपनी कॉपी में लिख लिजीए-
कक्षा 10
विषय: हिन्दी
दिनांक: 06/09/2021
अध्याय: सूरदास पार्ट-1
Topic: पद्य भाग
विद्यालय:
(विद्यार्थियों को लिखना है।
विद्यार्थी का नाम:
प्रश्न 1. सूरदास जी का जीवन परिचय संक्षिप्त में लिखिए।
उत्तर जीवन परिचय-सूरदास का जन्म 1478 ई. में सीही नामक ग्राम में हुआ था, लेकिन कुछ विद्वानों का मानना है कि सूरदास का जन्म मथुरा-आगरा मार्ग पर स्थित रुनकता नामक ग्राम में हुआ था, सूरदास का जन्म निर्धन सारस्वत ब्राह्मण पं0 रामदास के यहाँ हुआ था। सूरदास के पिता गायक थे। सूरदास के माता का नाम जमुनादास था।
बचपन से ही सूरदास की रूचि कृष्णभक्ति में थी, कृष्ण के भक्त होने के कारण उन्हें मदन-मोहन नाम से भी जाना जाता है, सूरदास ने भी अपने कई दोहों में ख़ुद को मदन-मोहन कहा है। सूरदास नदी किनारे बैठ कर पद लिखते और उसका गायन करते थे और कृष्ण भक्ति के बारे में लोगों को बताते थे।
प्रश्न 2. सूरदास की प्रमुख कृतियों के नाम बताइए
उत्तर 1. सूरसागर
2. सूर-सारावली
3. साहित्य लहरी
प्रश्न 3. सूर सागर ग्रंथ का परिचय संक्षिप्त में दीजिए।
उत्तर सूरसागर सूरदास जी का प्रधान एवं महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ है। 'सूरसागर' में लगभग एक लाख पद होने की बात कही जाती है। किन्तु वर्तमान संस्करणों में लगभग पाँच हज़ार पद ही मिलते हैं। विभिन्न स्थानों पर इसकी सौ से भी अधिक प्रतिलिपियाँ प्राप्त हुई हैं, जिनका प्रतिलिपि काल संवत् 1658 विक्रमी से लेकर उन्नीसवीं शताब्दी तक है इनमें प्राचीनतम प्रतिलिपि नाथद्वारा, मेवाड़ के 'सरस्वती भण्डार' में सुरक्षित पायी गई हैं।
इसमें प्रथम नौ अध्याय संक्षिप्त है, पर दशम स्कन्ध का बहुत विस्तार हो गया है। इसमें भक्ति की प्रधानता है। इसके दो प्रसंग 'कृष्ण की बाल-लीला' और 'भ्रमर-गीतसार' अत्यधिक महत्त्वपूर्ण हैं।
प्रश्न 4 सूरदास को श्रृंगार व वत्सल रस का सम्राट किसने कहा है ?
उत्तर
प्रश्न 5. उधौ, तुम हो अति बड़भागी ये पंक्तियाँ कौन किससे कह रहा है ?
उत्तर उधौ, तुम हो अति बड़भागी ये पंक्तियाँ गोपिया उद्धव सै कह रही है
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