कक्षा 12 हिन्दी असाइनमेंट 1 का हल अगस्त 2021 | CG BOARD AUGUST ASSIGNMENT CLASS 10 HINDI SOLUTION 2021

जैसा की आप सभी को पता है छत्तीसगढ़ बोर्ड में सत्र 2021 - 22 के लिए छात्रों को मासिक असाइनमेंट दिया जा रहा है जिसे हर विद्यार्थी को हल करना अनिवार्य होगा|

इस पोस्ट में आप कक्षा - 12वीं, विषय - हिन्दी, माह - अगस्त के मासिक असाइनमेंट का संपूर्ण हल देखेंगे आप इनका उत्तर अपनी कॉपी में लिख सकते हैं

     छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर
          शैक्षणिक सत्र 2021-22 माह अगस्त

                     असाइनमेंट - 01

                       कक्षा - 12 वी

                      विषय - हिन्दी

प्रश्न 1. निम्न में से किसी एक विषय पर अपने विचार लिखिए अंक-05 शब्दसीमा 100-150

01. कोरोना वायरस का शिक्षा पर प्रभाव |

उत्तर:-  कोरोना महामारी से अचानक सब रुक गया, थम गया स्कूल कॉलेज बंद पार्क, रेस्टोरेंट, होटल सब का
शटर डाउन हो गया । बस, रेल, हवाई जहाज, टेक्सी
सब बंद बंद हो गया मनुष्य घर की चार दीवारी मे | फिर जब लगा कि घर बैठे-बैठे सब कुछ ज्यादा ही हो गया है तो फिर से नये नये तरीके से काम शुरू करने का जुगाड शुरू हुआ । जिन स्कूल केम्पस में' मोबाइल निषेध' के बोर्ड लगे थे वो मोबाइल पर ही कॉलेज खोल बैठे | पूरी दुनिया इन्टरनेट व मोबाइल के बीच सिमट गई -रूम पर पढ़ाई शुरू हुई। बच्चे घण्टों मोबाइल व जूम, गूगल कल लेपटाप के आगे बैठे रहते । परीक्षाएँ कई जगह ऑनलाइन करवाई गई या तो कई जगह विद्यार्थिय को आगे की कक्षा में प्रमोट किया गया | सबसे अच्छी बात यही है कि इतने सालों में पहली बार इतने समय सब घर पर साथ रहे । परीक्षा से ज्यादा शिक्षा महत्वपूर्ण है । शिक्षा वह भी नैतिकता की | जो किसी वास्तविक या वर्चुअल क्लासरूम में नहीं दी जा सकती


02. मोबाइल फोन की उपयोगिता ।
उत्तर:-  मोबाइल फोन का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है जैसे – आवाज संचार, ई मेल भेजना, पाठ संदेश भेजना, इंटरनेट ब्राउज़ करना, चित्र लेना। स्मार्ट फोन में आज बेहतर कंप्यूटिंग क्षमता है और कई अग्रिम कार्य हैं जैसे – रियल टाइम वीडियो चैटिंग, इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स, डॉक्यूमेंट मैनेजर, सोशल मीडिया, हाई रेजोल्यूशन कैमरा, म्यूजिक प्लेयर, लोकेशन फाइंडर आदि।

हमारे प्रियजनों, दोस्तों या सहकर्मियों के साथ संवाद करना मोबाइल फोन के कारण कुछ सेकंड का मामला बन गया है। आपको बस अपने फ़ोन से दूसरे व्यक्ति का नंबर डायल करना है और जब तक वह उसका जवाब नहीं देता तब तक प्रतीक्षा करें।

मोबाइल फोन आज इतने उपयोगी हो गए हैं कि, उन्होंने वास्तव में लैपटॉप और अन्य बड़े गैजेट्स के उपयोग को बदल दिया है। आज, लोग ई-मेल भेजते हैं, इंटरनेट ब्राउज़ करते हैं, सोशल मीडिया अकाउंट्स, पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन का प्रबंधन करते हैं, गणना करते हैं, और अपने स्मार्ट फोन का उपयोग करके बहुत कुछ करते हैं।

03. ऑनलाइन शिक्षा का महत्व ।, 
उत्तर:-  बदलते परिवेश में टेक्नोलॉजी में भी कई बदलाब हुए है और इसके उपयोग भी बड़े है। टेक्नोलॉजी के वजह से शिक्षा लेने की पद्दति में भी बहुत से परिवर्तन देखने को मिले हैं । आज ऑनलाइन शिक्षा में उपयोग होने वाली शिक्षण सम्बंधित सामग्री, टेक्नोलॉजी के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजी जा सकती है।ऑनलाइन शिक्षा से समय बचता है।साथ ही, छात्र शिक्षा को अपने घर में आराम से ले सकते हैं। बच्चे लगातार अपने शिक्षकों को ऑनलाइन कक्षा से पढ़ने के नए तरीकों को सिखाते हैं और पढ़ने में भी रूचि रखते हैं यही नहीं ऑनलाइन शिक्षा में ट्यूशन या बड़े -बड़े कोचिंग सेंटर का खर्च भी बचता है

प्रश्न 2. 'दिन जल्दी-जल्दी ढलता है' में प्रेम की अभिव्यक्ति हुई है । सिद्ध कीजिए ।

अंक-04 शब्दसीमा 75-100
उत्तर:-  दिन जल्दी जल्दी ढलता है कविता में प्रेम की
अभिव्यक्ति हुई जब चिड़िया अपने बच्चों के लिए सुबह भोजन की तलाश में निकल जाती घोसलें से बाहर झांक-झांक कर अपनी का इंतजार कर रहे होते है । बच्चे और माँ दूसरे प्रेम करते है। चिड़ियाँ अपने बच्चों के लिए सुबह ही भोजन की तलाश में निकल जाती है

प्रश्न 3. "लेखक के एक मित्र बाजार गए तो ढेर सारा सामान खरीद लाए, दूसरे मित्र पूरे दिन बाजार में रहकर भी खाली हाथ लौट आए। दोनों के व्यवहार और सोचने के अंतर को स्पष्ट कीजिए ।

अंक-04 शब्द सीमा 75-100

उत्तर:-  लेखक अपने मित्र की कहानी बताता है कि एक बार वे बाजार में मामूली चीज लेने गए, परंतु वापस बंडलों के साथ लौटे। लेखक के पूछने पर उन्होंने पत्नी को दोषी बताया। लेखक के अनुसार, पुराने समय से पति इस विषय पर पत्नी की ओट लेते हैं। इसमें मनीबैग अर्थात पैसे की गरमी भी विशेष भूमिका अदा करता है। 0. पैसा पावर है, परंतु उसे प्रदर्शित करने के लिए बैंक-बैलेंस, मकान-कोठी आदि इकट्ठा किया जाता है। पैसे की पर्चेजिंग पावर के प्रयोग से पावर का रस मिलता है। लोग संयमी भी होते हैं। वे पैसे को जोड़ते रहते हैं तथा पैसे के जुड़ा होने पर स्वयं को गर्वीला महसूस करते हैं। मित्र ने बताया कि सारा पैसा खर्च हो गया। मित्र की अधिकतर खरीद पर्चेजिंग पावर के अनुपात से आई थी, न कि जरूरत की।
लेखक का दूसरा मित्र दोपहर से पहले बाजार गया तथा शाम को खाली हाथ वापस आ गया। पूछने पर बताया कि बाजार में सब कुछ लेने योग्य था, परंतु कुछ भी न ले पाया। एक वस्तु लेने का मतलब था, दूसरी छोड़ देना। अगर अपनी चाह का पता नहीं तो सब ओर की चाह हमें घेर लेती है। ऐसे में कोई परिणाम नहीं होता। बाजार में रूप का जादू है। यह तभी असर करता है जब जेब भरी हो तथा मन खाली हो। यह मन व जेब के खाली होने पर भी असर करता है। खाली मन को बाजार की चीजें निमंत्रण देती हैं। सब चीजें खरीदने का मन करता है।

प्रश्न 4. निम्नलिखित काव्यांश को पढकर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए अंक-03 शब्दसीमा 50-75

पतंगों के साथ-साथ वे भी उड़ रहे हैं
अपने रंध्रो के सहारे ।
अगर वे कभी गिरते हैं छतों के खतरनाक किनारों से
और बच जाते हैं तब तो
और भी निडर होकर सुनहले सूरज के सामने आते हैं पृथ्वी और भी तेज घूमती हुई आती है।
उनके बेचैन पैरों के पास

(क) काव्यांश के भाषिक सौन्दर्य पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर:-  प्रस्तुत पयांश में कवि ने पतंग उड़ाते हुए बच्चों की उमंग तथा मस्ती का बड़ा ही मनोहरी वर्णन किया है । सम्पूर्ण काव्यांश में लाक्षणिक प्रयोग है। उदाहरण के लिए पतंग के साथ-साथ उड़ना लाक्षणिक प्रयोग कहा जा


(ख) मानवीकरण अलंकार का एक उदाहरण छाँटकर उसका सौंदर्य समझाइए ।

उत्तर:-  मानवीकरण अलंकार का उदाहरण :
फूल हँसे कलियाँ मुसकाई।
जैसा कि ऊपर दिए गए उदाहरण में दिया गया है की फूल हंस रहे हैं एवं कलियाँ मुस्कुरा रही हैं। जैसा की हम जानते हैं की हंसने एवं मुस्कुराने की क्रियाएं केवल मनुष्य ही कर सकते हैं प्राकृतिक चीज़ें नहीं। ये असलियत में संभव नहीं है एवं हम यह भी जानते हैं की जब सजीव भावनाओं का वर्णन चीज़ों में किया जाता है तब यह मानवीकरण अलंकार होता है।
अतः यह उदाहरण मानवीकरण अलंकार है

प्रश्न 5. बाजार किसी लिंग, जाति, धर्म या क्षेत्र को नहीं देखता, वह देखता है सिर्फ उसकी क्रय शक्ति को इस रूप में वह एक प्रकार से सामाजिक समता की भी रचना कर रहा है। आप इससे कहाँ तक सहमत हैं।

अंक-04 शब्दसीमा 75-100

उत्तर:-  यह बात बिलकुल सही है कि बाजार किसी का लिंग, जाति, धर्म या क्षेत्र नहीं देखता। वह सिर्फ ग्राहक की क्रय-शक्ति को देखता है। उसे इस बात से कोई मतलब नहीं कि खरीददार औरत है या मर्द, वह हिंदू है या मुसलमान; उसकी जाति क्या है या वह किस क्षेत्र-विशेष से है। बाजार में उसी को महत्व मिलता है जो अधिक खरीद सकता है। यहाँ हर व्यक्ति ग्राहक होता है। इस लिहाज से यह एक प्रकार से सामाजिक समता की भी रचना कर रहा है। आज जीवन के हर क्षेत्र-नौकरी, राजनीति, धर्म, आवास आदि-में भेदभाव है, ऐसे में बाजार हरेक को समान मानता है। यहाँ किसी से कोई भेदभाव नहीं किया जाता क्योंकि बाजार का उद्देश्य सामान बेचना है।

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